14 वें अंतरराष्ट्रीय हिंदी सम्मेलन, राजस्थान (बीकानेर) में सूर्य मंदिर प्रकाशन द्वारा प्रकाशित एवं नीरज दइया व राजेन्द्र पी जोशी द्वारा संपादित लघुकथा संग्रह उल्लेखनीय रहा है। अंतरराष्ट्रीय हिंदी सम्मेलन में विधा पर विशद चर्चा, पत्रवाचन और लघुकथा पाठ के साथ ही इसे यादगार बनाने के लिए संभागी रचनाकारों और प्रमुख लघुकथाकारों की रचनाओं को संकलित कर संग्रह ‘आधुनिक लघुकथाएं’ प्रकाशित किया गया। संपादकों ने इस संकलन के लिए जहां प्रतिनिधि और चयनित लघुकथाओं को संकलन के लिए चयनित किया वहीं इसमें शामिल किया है वहीं लघुकथा की शास्त्रीयता (जयप्रकाश मानस) और लघुकथा का वर्तमान (डॉ. अशोक कुमार प्रसाद) के महत्त्वपूर्ण आलेख भी विशद भूमिका के साथ शामिल हैं। यह संकलन न केवल लघुकथा के लेखकों के लिए संग्रहणीय है वरन लघुकथा विधा पर कार्य करने वाले शोधार्थियों और अध्ययनकर्त्ताओं के लिए भी बेहद उपयोगी और संग्रहणीय है।